The Chanakya TV Rajasthan

RAJSAMAND// भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती : 15 नवंबर तक विविध कार्यक्रमों का चलेगा दौर

RAJSAMAND// जनजाति गौरव वर्ष कार्यक्रम का हो सफल आयोजन, जन- जन तक पहुंचे भगवान बिरसा मुंडा की गाथाएं –  कलक्टर

बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती की तैयारियों की समीक्षा बैठक आयोजित
बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती की तैयारियों की समीक्षा बैठक आयोजित

RAJSAMAND// भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर जनजाति गौरव वर्ष कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा बैठक आयोजित

जिला कलक्टर  अरुण कुमार हसीजा की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में जनजाति गौरव वर्ष एवं भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित हुई।

बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री बृजमोहन बैरवा ने 15 नवम्बर 2025 को आयोजित होने वाले मुख्य समारोह तथा 1 नवम्बर से 15 नवम्बर तक प्रस्तावित विविध कार्यक्रमों एवं गतिविधियों की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की।

RAJSAMAND// जिला कलक्टर ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित होने वाले जनजाति गौरव वर्ष के कार्यक्रम गरिमामय, प्रभावी एवं व्यापक जनभागीदारी वाले हों। उन्होंने कहा कि कार्यक्रमों के आयोजन में स्थानीय जनजातीय संस्कृति, परंपराओं और जनप्रतिनिधियों की सहभागिता सुनिश्चित की जाए।

धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा का संक्षिप्त परिचय सीईओ बैरवा द्वारा प्रस्तुत किया गया। सीईओ ने बताया कि भगवान बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवम्बर 1875 को झारखंड राज्य के रांची जिले के उलिहातु गांव में हुआ था। प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के बाद हुए आदिवासी आंदोलनों में उन्होंने जनजातीय समाज को संगठित कर ब्रिटिश शासन के विरुद्ध संघर्ष किया। उन्हें “धरती आबा” अर्थात् “धरती के पिता” के रूप में आदिवासी समाज देवता स्वरूप पूजता है। भारत सरकार ने उनके अमर योगदान के सम्मान में 15 नवम्बर को “जनजातीय गौरव दिवस” के रूप में मनाने का निर्णय लिया है।

जनजाति गौरव वर्ष के अन्तर्गत आयोजित प्रमुख गतिविधियां

राज्य स्तरीय समारोह बांसवाड़ा में आयोजित किया गया, जिसमें गोविंद गुरु जनजाति क्षेत्रीय विकास योजना का शुभारम्भ, राजीविका सखियों को चैक वितरण, कला प्रदर्शनी, नवादि युगधारा प्रणेता समागम एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

इसके अतिरिक्त शिल्पग्राम, उदयपुर में राष्ट्रीय जनजाति महोत्सव एवं चित्रकला–हस्तकला प्रदर्शनी, टीआरआई उदयपुर में “बनफूल” जनजाति डिजाइन स्टूडियो का शुभारम्भ, तथा खेल गांव उदयपुर में राज्य स्तरीय जनजाति खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित की गई।

15 नवम्बर 2025 के मुख्य समारोह की रूपरेखा

ग्राम स्तर पर ग्राम सभाओं का आयोजन, सेवा शिविरों में अवशेष पट्टों का वितरण, शोभा यात्राओं का आयोजन तथा राष्ट्रीय स्तरीय मुख्य समारोह का सीधा प्रसारण किया जाएगा। जहां “आदि कर्मयोगी अभियान” के अंतर्गत आदिसेवा केंद्र स्थापित हैं, वहां जनसमस्या समाधान शिविर भी लगाए जाएंगे।

ब्लॉक स्तर पर संबंधित उपखण्ड अधिकारी नोडल अधिकारी रहेंगे। ब्लॉक मुख्यालय एवं नगरीय क्षेत्रों में शोभा यात्राएं, सभागार बैठकें एवं राष्ट्रीय स्तरीय समारोह का सीधा प्रसारण किया जाएगा।

जिला स्तर पर कलक्टर के निर्देशन में समस्त कार्यक्रम आयोजित होंगे। नगर परिषद द्वारा शोभा यात्राओं, राजकीय भवनों पर रोशनी, तथा चौराहों पर सजावट की जाएगी। डीआईपीआर विभाग द्वारा जिला स्तरीय प्रदर्शनी, हॉर्डिंग एवं “आदि हाट” का आयोजन किया जाएगा।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा चिकित्सा शिविर, पर्यटन विभाग द्वारा जनजातीय सांस्कृतिक कार्यक्रम, तथा लाभार्थी संतृप्ति शिविरों का आयोजन भी किया जाएगा।

जिला कलक्टर ने कहा कि जनजाति गौरव वर्ष के कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में भगवान बिरसा मुंडा सहित जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के अद्वितीय योगदान का व्यापक प्रचार-प्रसार होना चाहिए ताकि युवाओं में प्रेरणा और गौरव की भावना जागृत हो सके।

https://www.instagram.com/thechanakyatvrajasthan15/reels/

https://x.com/tv_chanaky5736

https://www.facebook.com/profile.php?id=61580815528140

DUDU// सरदार पटेल डेयरी फेडरेशन लिमिटेड (SPCDF) द्वारा सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती का उत्सव

BANSWARA//सरदार पटेल जयंती पर बांसवाड़ा में दौड़ और शपथ से गूंजा एकता का संदेश

 

Exit mobile version